Breaking News
देहरादून में नामी खाद्य प्रतिष्ठानों पर छापेमारी, होटल, रेस्तरां, आउटलेट और शिक्षण संस्थानों के किचन से सैंपलों की जांच
पेरिस पैरालंपिक 2024- शॉटपुट एफ57 स्पर्धा में होकाटो होतोजी सीमा ने कांस्य पदक किया अपने नाम 
जम्मू में पहली बार भारत के संविधान के अंतर्गत होगा मतदान – केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
मानसून के बाद श्री बदरीनाथ -केदारनाथ धाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में हो रही आशातीत वृद्धि- अजेंद्र अजय
विश्वक सेन ने किया नई फिल्म वीएस13 का ऐलान, प्री-लुक पोस्टर भी आउट
16 वर्षीय किशोर ने छह साल की बच्ची के हाथ और मुंह बांधकर किया दुष्कर्म
स्वास्थ्य विभाग को और मिले 197 सीएचओ
उत्तराखंड नगर निकाय चुनाव- खत्म हुआ इंतजार, अब इस माह में होंगे चुनाव 
गाजर खाने के एक नहीं कई हैं फायदे, जान लेंगे तो हो जाएंगे हैरान

पीएम मोदी के ‘विकसित भारत’ मैसेज पर चुनाव आयोग सख्त, IT मंत्रालय को तुरंत रोक लगाने का आदेश

नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को व्हाट्सएप पर ‘विकसित भारत’ संदेशों की डिलीवरी तुरंत रोकने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही मामले पर तत्काल रिपोर्ट मांगी गई है। दरअसल, आयोग को कई शिकायतें मिली थीं कि आम चुनाव 2024 की घोषणा और MCC के लागू होने के बावजूद नागरिकों के फोन पर ऐसे संदेश अभी भी भेजे जा रहे हैं। इसके जवाब में आईटी मंत्रालय ने आयोग को बताया कि ये मैसेज आदर्श आचार (MCC) लागू होने से पहले भेजे गए थे। नेटवर्क कमजोर होने के कारण देरी से पहुंचे हैं।

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने चुनाव आयोग को दिए जवाब में कहा है कि यद्यपि ये मैसेज आचार संहिता लागू होने से पहले भेजे गए थे, उनमें से कुछ को प्रणालीगत और नेटवर्क सीमाओं के कारण संभवतः देरी से यूजर्स तक पहुंचे हैं। आपको बता दें कि विकसित भारत संपर्क के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा देशवासियों के लिए लिखा लेटर वॉट्सऐप पर भेजा जा रहा है। साथ ही विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए अपनी प्रतिक्रिया और सुझाव मांगे जा रहे हैं।

MeitY को भेजे लेटर में चुनाव आयोग ने कहा है कि भले ही ये लेटर आचार संहित के प्रभावी होने से पहले भेजे गए हैं लेकिन, अभी भी लोगों को ये मैसेज मिलने की शिकायतें आ रही हैं। वॉट्सऐप पर विकसित भारत से जुड़े मैसेज भेजने पर कांग्रेस और टीएमसी जैसी पार्टियों ने आपत्ति जताई थी। दोनों ही पार्टियों ने इसे आचार संहिता का सख्त उल्लंघन बताया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top