Breaking News
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने National Security Strategies Conference – 2024 का किया उद्घाटन
स्पीकर खंडूड़ी ने सीएम धामी से किसानों की समस्याओं के हल का किया आग्रह 
जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का काम करेगी भाजपा सरकार – पीएम मोदी
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से की शिष्टाचार भेंट 
भुवन बाम की ताजा खबर 2 का ट्रेलर जारी, जावेद जाफरी से भिड़ते दिखेंगे अभिनेता
प्रधानमंत्री मोदी ने सभी देशवासियों को दी हिंदी दिवस की शुभकामनाएं
राष्ट्र विरोधी ताकतें देश के विकास को रोक रही, उनके खिलाफ लड़ते रहेंगे – मुख्यमंत्री केजरीवाल 
केदारनाथ धाम के मार्गों को ठीक करने के लिए जारी किए 30 करोड़
जिम में कार्डियो करते हुए इतने से ज्यादा नहीं होनी चाहिए आपकी हार्ट रेट, हो सकता है खतरनाक

सबकी आस्था के प्रतीक हैं बाबा केदार, दुनिया में कहीं भी नहीं हो सकता दूसरा केदारनाथ धाम – सीएम धामी 

सीएम धामी ने बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष को दिए जरुरी दिशा- निर्देश 

केदारघाटी में कई दिनों से हो रहा धरना-प्रदर्शन

सीएम धामी ने इस पूरे मामले में किया हस्तक्षेप 

देहरादून। केदारनाथ के नाम से दिल्ली के बुराड़ी में बन रहे मंदिर को लेकर पिछले कई दिनों से उठ रहे विवाद पर राज्य सरकार ने हस्ताक्षेप किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष को जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं।

दरअसल, दिल्ली में बन रहे मंदिर के प्रबंधन ने ने चंदे के लिए क्यूआर कोड जारी किया था। जिसके बाद हर तरफ इसका विरोध शुरू हो गया था। केदारघाटी में भी कई दिनों से धरना-प्रदर्शन हो रहा है, जिसके बाद अब मुख्यमंत्री ने इस मामले में हस्तक्षेप किया। उन्होंने कहा कि बाबा केदार सबकी आस्था के प्रतीक हैं। दुनिया में कहीं भी दूसरा केदारनाथ धाम नहीं हो सकता।

बाबा केदार के किसी भी नाम से कोई भी मंदिर बन जाए, तो उससे धाम की महिमा पर कोई असर नहीं पड़ सकता। फिर भी चूंकि यह आस्था से जुड़ा मामला है, इसलिए मैंने बीकेटीसी से संबंधित लोगों से वार्ता कर स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा है। वहीं, बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि इस मामले में सीएम धामी के दिशा-निर्देश मिले हैं। कानूनी सलाह ली जा रही है। बदरी-केदारनाथ के नाम या फाेटो का दुरुपयोग करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।

बीकेटीसी को दिए निर्देश
बाबा केदार हम सबकी आस्था के प्रतीक हैं। उत्तराखंड के अलावा देश-दुनिया में कहीं भी केदारनाथ धाम नहीं हो सकता है। आशुतोष भगवान शिव के समस्त रूपों की पूजा का अधिकार सभी को है, इसलिए प्रभु के किसी भी नाम को लेकर कोई मंदिर बन जाए तो उससे धाम की महिमा पर कोई असर नहीं पड़ सकता, फिर भी चूंकि यह आस्था का मामला है, इसलिए बीकेटीसी से संबंधित लोगों से वार्ता कर स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top