Breaking News
औद्योगिक निवेश के क्षेत्र में कारगर साबित होगा गृह मंत्री का दौरा- महाराज
औद्योगिक निवेश के क्षेत्र में कारगर साबित होगा गृह मंत्री का दौरा- महाराज
‘घुसपैठ असम की जनसंख्या संतुलन बिगाड़ रही’– हिमंत बिस्व सरमा
‘घुसपैठ असम की जनसंख्या संतुलन बिगाड़ रही’– हिमंत बिस्व सरमा
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव- ड्यूटी पर तैनात 3395 कर्मचारी रहेंगे मताधिकार से वंचित
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव- ड्यूटी पर तैनात 3395 कर्मचारी रहेंगे मताधिकार से वंचित
“गठबंधन में एकता नहीं, सिर्फ सत्ता की होड़ दिखी” – उद्धव ठाकरे
“गठबंधन में एकता नहीं, सिर्फ सत्ता की होड़ दिखी” – उद्धव ठाकरे
क्या इंटरमिटेंट फास्टिंग सुरक्षित है? आइये जानते हैं इसके फायदे और नुकसान
क्या इंटरमिटेंट फास्टिंग सुरक्षित है? आइये जानते हैं इसके फायदे और नुकसान
घर से निकाले बुजुर्गों को मिली राहत, डीएम कोर्ट ने रद्द की गिफ्ट डीड
घर से निकाले बुजुर्गों को मिली राहत, डीएम कोर्ट ने रद्द की गिफ्ट डीड
जयराम रमेश का केंद्र सरकार पर तीखा हमला, कहा- पीएम मोदी ट्रंप के दावे पर चुप क्यों?
जयराम रमेश का केंद्र सरकार पर तीखा हमला, कहा- पीएम मोदी ट्रंप के दावे पर चुप क्यों?
अहान पांडे और अनीत पड्डा की डेब्यू फिल्म ‘सैयारा’ ने पहले दिन ही मचाया धमाल, कमाए इतने करोड़ रुपये
अहान पांडे और अनीत पड्डा की डेब्यू फिल्म ‘सैयारा’ ने पहले दिन ही मचाया धमाल, कमाए इतने करोड़ रुपये
महाराज ने केन्द्रीय मंत्री से ऐतिहासिक स्थलों पर शोध का किया अनुरोध
महाराज ने केन्द्रीय मंत्री से ऐतिहासिक स्थलों पर शोध का किया अनुरोध

कांवड़ यात्रा मार्ग के सभी भोजनालयों पर मालिक के नामोल्लेख पर कांग्रेस बिफरी

कांवड़ यात्रा मार्ग के सभी भोजनालयों पर मालिक के नामोल्लेख पर कांग्रेस बिफरी

उत्तराखंड की गंगा-जमुना तहजीब को नष्ट करने की कोशिश- कांग्रेस

देहरादून। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बाद जिस तरह से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित सभी भोजनालयों को अपने मालिकों के नाम प्रदर्शित करने का आदेश दिया है, उस पर उत्तराखंड की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। प्रवक्ता ने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने यह निर्णय उत्तर प्रदेश के बाद लिया जिसमें भोजनालयों और रेहड़ी पटरी के मालिकों के नाम लिखा जाना मैंडेटरी कर दिया गया है। निर्देश के अनुसार, प्रत्येक खाद्य दुकान या ठेले के मालिक को मालिक का नाम बोर्ड पर लिखना होगा।

दसौनी ने कहा कि यह उत्तराखंड की गंगा-जमुना तहजीब को नष्ट करने का प्रयास है। प्रदेश की सामाजिक समरसता को चोट पहुंचाने वाला कदम है। दसौनी ने कहा कि कानून व्यवस्था का हवाला देकर इस तरह का आदेश जारी किया गया है।

दसौनी ने कहा कि आज देश के छह बड़े मीट एक्सपोर्टर में से चार हिंदू हैं तो क्या उनको भी बिरादरी से बाहर किया जाएगा?
दसौनी ने पूछा क्या फ़िरोज़ाबाद की चूड़ियों पर भी लिखा जाएगा हिंदू या मुसलमान ?
क्या बनारस की साड़ी और भदोही के क़ालीन पर भी लिखा जाएगा हिंदू या मुसलमान ?
क्या नाई , गैराज , टेलर इत्यादि के दुकान पर भी लिखना होगा हिंदू या मुसलमान ?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top