टृविटर अकाउंट पर पीएम मोदी के साथ फोटो भी लगाई
आरटीआई कार्यकर्ता की शिकायत से मचा हड़कम्प
एसपी बोले, साईबर सेल कर रही जांच, होगी कार्रवाई
चांद खां, ब्यूरो रामपुर।
इसके बावजूद कि अभी रामनाथ कोविंद देश के राष्ट्रपति हैं। एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू को भारत का राष्ट्रपति बताते हुए एक ट्विटर अकाउंट बनाया गया है। इस अकाउंट पर द्रौपदी मुर्मू के साथ प्रधानमंत्री की तस्वीर भी लगी है। इस अकाउंट के मामले में शिकायत सामने आने के बाद पुलिस महकमे में अफरातफरी मच गई है। आनन फानन में इसकी जांच के आदेश दिये गये हैं और मामले ही गहनता से पड़ताल कराई कराई जा रही है। रामपुर पुलिस का कहना है कि साईबर सेल पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है। जांचोपरांत आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
ट्विटर आकउंट का स्क्रीन शॉट।
क्या कहना है शिकायतकर्ता का
‘‘ केवल अभी नामांकन दाखिल हुआ है। वर्तमान में अभी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद हैं। कृप्या बतायें चुनाव से पहले ही खुद को ट्विटर अकाउंट पर प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया घोषित करना उचित है। या यह एक फेक अकाउंट है। मैं एक जिम्मेदार नागरिक के साथ सामाजिक कार्यकर्ता भी हूं। जिला रामपुर का निवासी हूं। मुझे इस अकाउंट पर संदेह है। उक्त ट्विटर अकाउंट की जांच राष्ट्र सुरक्षा में अति आवश्यक है। जांच कर राष्ट्रहित में विधिक कार्यवाही की तत्काल आवश्यकता है।’’ शिकायतकर्ता दानिश खां की ओर से उक्त दोनों संदेश राष्ट्रपति भवन, पीएमओ व गृह मंत्रालय के साथ डीजीपी व एडीजी बरेली जोन को टैग करते हुए शिकायत कर कार्यवाही की मांग की गई है।
शिकायत का स्क्रीन शॉट
शिकायत पर पुलिस ने तुरंत लिया संज्ञान
दानिश खां की शिकायत पर उच्चाधिकारियों की सक्रियता के चलते रामपुर पुलिस ने तुरंत संज्ञान लिया है। रामपुर पुलिस का कहना है कि इस प्रकरण में जांच साईबर को सौंप दी गई है। साईबर सेल ने जांच शुरू कर दी है। जांचोपरांत आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
रामपुर पुलिस का जवाब
कौन हैं आरटीआई कार्यकर्ता दानिश खां
वर्तमान में राष्ट्रपति के नाम से ट्विटर अकाउंट की शिकायत का मामला हो या फिर देश के दूसरे बहुचर्चित प्रकरण दानिश खां का नाम अकसर सुर्खियों में रहता है। दानिश खां जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी से प्रोग्रामिंग में मास कम्युनिकेशन हैं। ईटीवी उर्दू में सहायक निर्देशक के रूप में कार्यरत रह चुके हैं और कई सीरियल्स व टेलीफिल्म्स भी बनाई हैं। मुम्बई में काफी स्ट्रगल किया लेकिन वहां चांस नहीं मिल पाने के कारण दिल्ली लौट आए और कुछ प्रोडक्शन हाउस में फ्रीलांस काम करते रहे। वर्तमान में रीयल स्टेट के बिजनेस से जुड़े हैं। दानिश खां को यूपी ही नहीं देशभर में आरटीआई एक्सपर्ट के नाम से जाना जाता है। यही कारण है कि उन्हें ज्यादातर लोग दानिश आरटीआई के नाम से जानते हैं। मानव अधिकारां के हनन को प्रमुखता से उठाते हैं। कुछ समय पहले त्रिपुरा में हुई हिंसा पर सरकार के विरुद्ध राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से कार्यवाही कराई। इसके अलावा बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के कॉर्डिल क्रूज़ ड्रग केस में भी समीर वानखेड़े के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया था और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग मे छब्ठ के विरुद्ध केस दायर कराया था। गोरखपुर होटल में हुए प्रोपर्टी डीलर मनीष के बहुचर्चित हत्याकांड में भी उन्होंने वहां के डीएम और एसपी के विरुद्ध मोर्चा खोलते मानवाधिकार आयोग के केस दर्ज कराया था। अब एक बार फिर दानिश खां राष्ट्रपति के नाम से बनाए गए ट्विटर अकाउंट को लेकर चर्चा में हैं।
आरटीआई कार्यकर्ता दानिश खां।