Breaking News
लद्दाख पहुंचे पीएम मोदी, कारगिल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को दी श्रद्धांजलि
जलाशयों की रॉयल्टी फ्री डिसिल्टिंग की बनेगी नीति
कारगिल विजय दिवस – सीएम धामी ने शहीद परिवारों के हित में की चार घोषणाएं
महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों को लेकर किया जाएगा ‘राष्ट्रीय व्यापी आंदोलन’
जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम के बीच छह किलोमीटर हिस्से में यमुना नदी ने दिखाया रौद्र रूप
महिला एशिया कप 2024- भारत और बांग्लादेश के बीच पहला सेमीफाइनल मुकाबला आज 
नॉन स्टिक में बना खाना कर सकता है बीमार, टेफ्लॉन फ्लू का बढ़ रहा है खतरा, जानें कारण और इसके लक्षण
एक हजार अतिथि शिक्षकों की करायी जायेगी नियुक्ति- डॉ धन सिंह रावत 
दरबार हॉल’ और ‘अशोक हॉल’ के नाम में हुआ बदलाव, यहां जानें नए नाम

फ्रांस का ऐतिहासिक फैसला, महिलाओं को मिला गर्भपात का संवैधानिक अधिकार

नई दिल्ली। फ्रांस अपने संविधान में गर्भपात के अधिकारों को शामिल करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। सोमवार (4 मार्च) को इस प्रस्ताव को फ्रांसीसी संसद के दोनों सदनों में सांसदों की तरफ से 780 के मुकाबले 72 वोटों से मंजूरी दे दी गई, जो फ्रांसीसी संविधान को बदलने के लिए जरूरी तीन-पांचवें बहुमत को पूरा करता है। इस फैसले के बाद फ्रांस गर्भपात को संवैधानिक अधिकार देने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। सोमवार को फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने संसद के दोनों विशेष सदनों में गर्भपात को संवैधानिक अधिकार का दर्जा दिलाया है।

जानकारी के मुताबिक फ्रांस की संसद में इस प्रस्ताव को लेकर ज्यादातर सभी ने इसके पक्ष में मतदान किया। साथ ही इस विधेयक को 780-72 मतों से मंजूरी दी गई। इस कानून को पास होने से पहले इमैनुएल मैक्रों ने कहा मैने वादा किया था कि गर्भपात को महिलाओं का संवैधानिक अधिकार मिलेगा।

फ्रांस के पीएम गेब्रियल ने कहा कि हम सभी महिलाओं को एक संदेश भेज रहे हैं, महिलाओं का शरीर उनका है और कोई भी उनके बदले निर्णय नहीं ले सकता है। आपको बता दें कि फ्रांस में 80 प्रतिशत लोग इस फैसले के पक्ष में हैं। इसी वजह से देश में ये एतिहासिक फैसला लिया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top