Breaking News
उपनल व संविदा कर्मियों के नियमितीकरण के लिए ठोस नीति बनेगी- सीएम
उपनल व संविदा कर्मियों के नियमितीकरण के लिए ठोस नीति बनेगी- सीएम
राज्य सरकार के तीन वर्ष पूर्ण: रुद्रपुर में आयोजित कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने गिनाई उपलब्धियां
राज्य सरकार के तीन वर्ष पूर्ण: रुद्रपुर में आयोजित कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने गिनाई उपलब्धियां
युवाओं के बीच पहुंच मुख्यमंत्री ने लगाए पुश- अप्स
युवाओं के बीच पहुंच मुख्यमंत्री ने लगाए पुश- अप्स
धामी सरकार के 3 साल बेमिसाल, ऊर्जा क्षेत्र में उत्तराखंड की नई उड़ान
धामी सरकार के 3 साल बेमिसाल, ऊर्जा क्षेत्र में उत्तराखंड की नई उड़ान
कांग्रेस ने भाजपा सरकार के तीन साल को बताया निराशाजनक
कांग्रेस ने भाजपा सरकार के तीन साल को बताया निराशाजनक
आरसीबी ने केकेआर को उनके घर में हराकर की धमाकेदार शुरुआत
आरसीबी ने केकेआर को उनके घर में हराकर की धमाकेदार शुरुआत
आगामी दिनों में तापमान में और इजाफे की उम्मीद, रात का न्यूनतम तापमान भी होने लगा सामान्य 
आगामी दिनों में तापमान में और इजाफे की उम्मीद, रात का न्यूनतम तापमान भी होने लगा सामान्य 
मुख्यमंत्री धामी ने हेमवती नंदन बहुगुणा स्टेडियम में आयोजित चिकित्सा एवं बहुउद्देशीय शिविर में किया प्रतिभाग 
मुख्यमंत्री धामी ने हेमवती नंदन बहुगुणा स्टेडियम में आयोजित चिकित्सा एवं बहुउद्देशीय शिविर में किया प्रतिभाग 
मुख्यमंत्री धामी ने विभिन्न योजनाओं के लिए वित्तीय स्वीकृति प्रदान की
मुख्यमंत्री धामी ने विभिन्न योजनाओं के लिए वित्तीय स्वीकृति प्रदान की

12 मई को विधि- विधान के साथ खुलेंगे बद्रीनाथ धाम के कपाट

12 मई को विधि- विधान के साथ खुलेंगे बद्रीनाथ धाम के कपाट

नरेंद्रनगर। बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई को ब्रह्ममुहुर्त में सुबह 6 बजे खुलेंगे। आज बसंत पंचमी के अवसर पर नरेंद्रनगर (टिहरी) स्थित राजदरबार में कपाट खुलने की तिथि घोषित की गई। बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय करने की प्रक्रिया के लिए गाडूघड़ा (तेल-कलश) श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर डिम्मर से मंगलवार शाम श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के चंद्रभागा स्थित विश्राम गृह पहुंच गया था। जहां श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति सहित श्रद्धालुओं ने तेल-कलश का स्वागत किया।

बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि श्री डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत की ओर से गाडूघड़ा राजमहल को सौंपा गया। इसके बाद राजमहल से गाडूघड़ा में तिल का तेल पिरोया गया। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने से पूर्व तिल का तेल पिरोने के बाद गाडूघड़ा नरेंद्रनगर राजदरबार से डिम्मर होते हुए श्री नृसिंह मंदिर, योग बदरी पांडुकेश्वर से श्री बदरीनाथ धाम पहुंचाया जाएगा। कपाट खुलने के बाद यह तेल-कलश भगवान बदरी विशाल के नित्य अभिषेक के लिए प्रयोग में लाया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top